Thursday 28 June 2012

गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है

सिरसागंज। ग्राम मलहापुर धाम में 1008 नाथ बाबा के आशीष से श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया। कथा का शुभारंभ अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद अशोक सिंघल ने किया था।
कथा वाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कथा का आरंभ गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है भजन के साथ किया। भजन की संगीतमयी धुन पर श्रद्धालु भक्ति रस में डूब गये। अतुल कृष्ण महाराज ने बताया कि श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को देखने के लिये देव लोक के देवतागण भी इतने आतुर होते थे कि रूप बदल कर पृथ्वी लोक पर आते थे और उनकी लीलाओं में शामिल होकर आनंद लिया करते थे। कथा वाचक ने श्रद्धालुओं को बताया कि भगवान कृष्ण की सभी लीलाएं समाज को प्रेरणा देने के लिये थीं और आज भी इन लीलाओं द्वारा अपने आप को सच्चाई के मार्ग पर रखते हुऐ प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ते हैं। साथ ही कथा वाचक द्वारा श्रद्धालुओं को यह भी बताया गया कि श्रीकृष्ण को इस युग में अवतार लेकर कई भक्तों का उद्धार भी अपने हांथों से करना था और अपने बाल्यकाल में ही भगवान ने कई भक्तों का उद्धार असुरों के रूप में किया। कथा के अंत में सभी भक्तों ने प्रभु की आरती की। कथा में डा. शैलेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार शर्मा, निष्काम शर्मा, अभिलाषा मिश्र आदि का सहयोग रहा।

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