न चेते तो और दूषित हो जाएगी गंगा एवं रामगंगा
28 Nov 2012 Moradabad
मुरादाबाद। गंगा एवं रामगंगा दिनोंदिन दूषित हो रही हैं। अभी समय है, फिर भी न चेते तो आने वाली पीढ़ी को यह पवित्र नदियां पूरी तरह प्रदूषित मिलेंगी। सांस लेने से पहले सोचना पड़ेगा। वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण से अपने वातावरण को बचाना सभी की जिम्मेदारी है। यह आह्वान किया श्रीराम कथा के दौरान कथा व्यास अतुल कृष्ण भारद्वाज ने।
रामगंगा विहार में श्रीराम कथा शुभारंभ से पूर्व कलश यात्रा निकली जिसमें पीतांबर वस्त्र धारी 108 महिलाएं सिर पर कलश लेकर नगर भ्रमण पर निकली।
कथा व्यास ने चरण की जगह घुटने छूने के नए चलन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि घुटनों को छूकर यमराज से मित्रता मत करिए। यमराज से मित्रता का मतलब तो सभी समझते हैं? घुटनों और कमर दर्द की वजह से कुर्सियों पर विराजमान लोगों खासकर महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पश्चिम की तर्ज पर खड़े होकर किचन में काम करने से ही यह बीमारी बढ़ी है। कहा स्थान, भाव, काल, पुरुषार्थ और भगवत् कृपा से ही सत्संग का लाभ मिलता है।
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