कन्या भ्रूण हत्या की तो नहीं होगी बेटों की शादी
05 Dec 2012 Moradabad
मुरादाबाद। गर्भ में कन्या की हत्या करने और कराने वाले दोनों ही नर्क में जाएंगे। भ्रूण में शरीर को तो आप मार सकते हैं मगर आत्मा को नहीं। बेटे की चाह में जो बेटी को नकारते हैं उनके बेटे तो शायद विवाह से वंचित रह जाएं क्यों कि लड़कियों की संख्या कम होती जा रही है, मगर लड़कियां अपना भाग्य स्वयं लेकर आती हैं और वह कुंआरी नहीं रहती। कन्या भ्रूण हत्या करने और करवाने वालों को नवरात्रि में कन्या पूजन त्याग दें। दिखावे के जीवन का कोई मतलब नहीं।रामगंगा विहार में श्रीराम कथा की ज्ञान गंगा समापन के दौरान के कथा व्यास अतुल कृष्ण भारद्वाज ने भक्तों को कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ आगे आने का आह्वान किया।
पिछले दिनों अजमल कसाब को बेहद गोपनीय ढंग से फांसी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देश का प्रधानमंत्री युवा होता तो अजमल को खुलेआम फांसी दी जाती। अमेरिका में राष्ट्रपति युवा है तो लादेन को उसके घर घुसकर अमेरिकी सेना ने मार गिराया। गद्दाफी को घेरकर मार दिया गया। हमारे देश की नीति पूरी तरह उल्टी है। आतंकवादियों को पाला जाता है।
No comments:
Post a Comment