Tuesday 28 January 2014

श्रीराम कथा रायपुर मे


राम कथा के पहले दिन अतुल कृष्ण ने कहा


रामचरित मानस एक महत्वपुर्ण ग्रंथ है। इसमें जीवन से जुड़े सवालों का जवाब है। रामचरित मानस में समस्याओं के निराकरण का उपाय भी है, लेकिन विडंबना है कि आज भी अधिकांश लोग इसे नहीं स्वीकारते हैं। उक्त बातें खमतराई के दुर्गा मंदिर में सोमवार से शुरू हुई श्री राम कथा के पहले दिन कथावाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कही। उन्होंने आगे कहा कि भक्त को भगवान से मिलाने का काम भगवान हनुमान के अलावा और कोई नहीं कर सकता है। इसलिए जहां भी कथा होती है, वहां पर कथा श्रवण के लिए हनुमान जी अवश्य विराजित होते हैं। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति जिस गुण का होता है, उसकी मित्रता उसी प्रकार के गुण वाले व्यक्ति से हो जाती है। भगवान के भक्तों की मित्रता हनुमान जी से होती है।
उन्होंने कहा कि गणेश बुद्धि के स्वामी हैं और सरस्वती जिव्हा की। बुद्धि पर जब तक गणेश जी का वास है और जिव्हा पर सरस्वती का तब तक मनुष्य पर भगवत कृपा बनी रहती है।



गाजे-बाजे के साथ निकली शोभायात्रा

श्री राम कथा के के शुभारंभ पर खमतराई से शोभायात्रा निकली इसमें बड़ी संख्या में इलाके के राम भक्त शामिल हुए। कथा का आयोजन अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन एवं उत्तर भारतीय समाज ने की है। यह जानकारी राकेश गौतम ने दी।

समस्याओं के निराकरण का उपाय रामचरित मानस में

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